परिचय
भाषा विद्यापीठ के अंतर्गत स्थापित सूचना तथा भाषा अभियांत्रिकी केंद्र ( जो पूर्व में कंप्यूटेशनल भाषाविज्ञान विभाग) देश का एक अनूठा केंद्र है जो कि कंप्यूटेशनल लिंगिवस्टिक्स तथा प्रौद्योगिकी के विभिन्न पाठ्यक्रमों को पूर्णत: हिंदी माध्यम से सन् 2008 से निरंतर संचालित कर रहा है। प्राकृतिक भाषा का कंप्यूटर टेक्नोलॉजी माध्यम द्वारा मानवहित में नवीन एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर निर्माण एवं अध्ययन कार्य संगणकीय भाषाविज्ञान अर्थात् कंप्यूटेशनल लिंगिवस्टिक्स है । संगणकीय भाषाविज्ञान, भाषा प्रौद्योगिकी का एक विशिष्ट एवं अनिवार्य अंग होते हुए प्रौद्योगिकी के अन्य आयामों जैसे कि स्पीच टेक्नॉलॉजी, डिजिटल सिग्नल प्रोसेसिंग, इमेज प्रोसेसिंग इत्यादि से परिपूर्ण है। इस विभाग द्वारा संचालित पाठ्यक्रमोंका उद्देश्य अंतरानुशासिक विषयों जैसे भाषाविज्ञान, संगणक विज्ञान और संबंधित क्षेत्रों में विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करना है। ये कार्यक्रम विद्यार्थियों पर केंद्रित है और नवाचारों को बढ़ावा देने वाले है। कार्यक्रमों का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य छात्रों में समीक्षात्मक सोच का निर्माण करना है। विभाग में प्रयुक्त की जाने वाली शिक्षण पद्धति है- सैद्धांतिक चर्चा, हैंड्स ऑन सेशन, छात्रों द्वारा प्रस्तुति पर चर्चा शोध क्षेत्र, प्राकृतिक भाषा संसाधन, मशीनीअनुवाद, भाषा संश्लेषण, वाक कॉर्पस, हिंदी : ओ.सी.आर. संगणक विज्ञान, कृत्रिम बुद्धि, संज्ञान विज्ञान, फॉरेन्सिक भाषाविज्ञान। विभाग का उद्देश्य वर्तमान परिदृश्य में प्रौद्योगिकी की आवश्यकताओं के अनुरूप हिंदी के लिए प्रौद्योगिकी का विकास करना है। विभाग भाषा तकनीकी और कंप्यूटर के प्रायोगिक ज्ञान हेतु आधुनिक प्रयोगशाला और आईसीटी कक्षाओं से परिपूर्ण है।
शोध एवं शोध विधियाँ
चयनित, परिष्कृत एवं निर्धारित शोध समस्या शोध एवं शोध विधियाँशैक्षणिक/गैर शैक्षणिक सदस्य
ASSISTANT PROFESSOR
डॉ. हर्षलता पेटकर Contact: (Off) 07152-251173 Ext -125 and Email https://harshlataphindivishwa.blogspot.com/p/home_10.html