परिचय
शास्त्रीय भारतीय व पश्चिमी दर्शन, भाषा-दर्शन, संस्कृति-दर्शन, तुलनात्मक दर्शन, सामाजिक-राजनीतिक दर्शन, तुलनात्मक धर्म, नैतिकता तथा तर्कशास्त्र की विभिन्न शाखाओं पर अभिकेंद्रित है। दर्शनशास्त्र आलोचनात्मक दृष्टि एवं विचार की एक व्यापक प्रक्रिया है, इसमें निरीक्षण और परीक्षण की अधिमान्यता, मान्यताओं का पुनर्मूल्यांकन तथा दार्शनिक प्रणालियों का तर्कणापूर्ण व्यवस्थितिकरण करना शामिल है। दर्शनशास्त्र, एक तर्कसंगत बौद्धिक सम्पदा का दस्तावेज़ होने के नाते, हमारी वैचारिकी को तीक्ष्ण करता है, हमारी समझ को समृद्ध करता है तथा हमारे बौद्धिक क्षितिज का विस्तार करता है। दर्शनशास्त्र का अनुशासन वर्तमान शिक्षा में अपरिहार्य है, इसका अनुप्रयोज्य प्रभाव जीवन के सभी क्षेत्रों में स्पष्ट है, यथा-राष्ट्रीय नीतिगत निर्णय, प्रबंधन, मीडिया, कानून, पारिस्थितिकी, विज्ञान-प्रौद्योगिकी, संस्कृति आदि परम्परा से जो विरासत हमें प्राप्य है तथा हमारे जीवन को प्रभावित करती है; इनमें से कोई भी महत्त्वपूर्ण समाधान दार्शनिक नींव के बिना संभव नहीं हो सकता है। विभाग का मुख्य उद्देश्य दार्शनिक चर्चा के लिए अंतर्राष्ट्रीय मंच के रूप में कार्य करने के लिए विद्वानों के बीच सुसंगत विमर्श विकसित करना है। विभाग दार्शनिक और सांस्कृतिक अध्ययन के क्षेत्र में बहुआयामी होने की आकांक्षा रखता है। विभाग का उद्देश्य शास्त्रीय भारतीय दार्शनिक ग्रंथों के गहन अध्ययन और उनकी पुनर्व्याख्या का है, जिससे दार्शनिक वैचारिकी को एक नई प्रेरणा और दिशा मिल सके। दर्शन और संस्कृति विभाग, विश्वविद्यालय के नवोदित विभागों में से एक है। युवा मेधा में दार्शनिक समझ के साथ विभाग अनुसंधान (शोध) और स्नातकोत्तर में शिक्षण का कार्यक्रम प्रदान करता है। विभाग ऐसे सक्षम वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है जिसमें विद्यार्थी व शोधार्थी दर्शन एवं संस्कृति के विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक समझ के साथ विश्लेषणात्मक और आलोचनात्मक दृष्टिकोण विकसित कर सकें। इस कार्यक्रम के उद्देश्य हैं-शैक्षिक तथा गैर-शैक्षणिक संस्थानों, अनुसंधान एवं विकास संगठनों के आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु अत्यधिक विश्लेषणात्मक और व्यापक दृष्टिकोण का विकास, विभिन्न सांस्कृतिक परिवेश में विकसित दर्शन के बुनियादी सिद्धांतों की सांगोपांगी समझ, विशेषज्ञता के क्षेत्र का गंभीर ज्ञान, दार्शनिक विचारों के विकास की सामान्य जागरूकता, अनवरत सीखने तथा बहुविषयी-अन्तर्संबन्ध विकसन के साथ गुणवत्तापूर्ण तथा व्यवसायोन्मुख शैक्षिक वातावरण की निर्मिति हेतु संकल्पित है।
शैक्षणिक/गैर शैक्षणिक सदस्य
ASSOCIATE PROFESSOR
drjayantupadhyay@gmail.com
ASSISTANT PROFESSOR
8707592756 surya1988bhu@gmail.com
पाठ्यक्रम
- प्लंबर संबंधी सामग्री की आपूर्ति हेतु निविदा।
- विद्युत संबंधी सामग्री की आपूर्ति हेतु निविदा।
- बढ़ई संबंधी सामग्री की आपूर्ति हेतु निविदा।
- Supplying & Laying HDPE pipe line work for STP Water निविदा के संबंध में।
- Construction of Parking Shed in front of Dining and Kitchen, North campus निविदा के संबंध में।
- Construction of Green Room, toilet block and rain water pit निविदा के संबंध में।
- Providing & Fixing Modular Kitchen work for Professors Quarters निविदा के संबंध में
परीक्षा परिणाम
बी.एड. (सत्र : 2022-24) प्रथम सेमेस्टर (पुनर्मूल्यांकन)
बी.एड. (सत्र : 2021-23) द्वितीय सेमेस्टर (पूरक)
बी.एड. (सत्र : 2021-23) तृतीय सेमेस्टर (पूरक)
बी.एड. (सत्र : 2021-23) चतुर्थ एवं सकल सेमेस्टर
एम.सी.ए. (2022-24) प्रथम सेमेस्टर (पुनर्मूल्यांकन)
एम.ए. हिंदी साहित्य (सत्र : 2021-23)तृतीय सेमेस्टर (पार्ट-1)
बी.ए. सामान्य (सत्र : 2020-23) चतुर्थ सेमेस्टर (पार्ट-2)
बी.ए. सामान्य (सत्र : 2020-23) प्रथम एवं सकल सेमेस्टर (पार्ट-2)
बी.ए. सामान्य (सत्र : 2020-23) पंचम सेमेस्टर (पूरक-पुनर्मूल्यांकन)
बी.ए. सामान्य (सत्र : 2020-23) प्रथम एवं सकल सेमेस्टर (पूरक)
बी.ए. (सत्र : 2021-24) तृतीय सेमेस्टर
बी.ए. सामान्य (सत्र : 2020-23) सकल सेमेस्टर (पूरक)
बी.ए. सामान्य (सत्र : 2020-23) द्वितीय सेमेस्टर
बी.ए. इतिहास (सत्र : 2022-26) प्रथम सेमेस्टर
बी.ए. सामान्य (सत्र : 2020-23) चतुर्थ सेमेस्टर (पूरक)
बी.ए. सामान्य (सत्र : 2020-23) तृतीय एवं सकल सेमेस्टर (पूरक)
पत्रकारिता एवं जनसंचार में स्नातक (सत्र : 2020-23) चतुर्थ एवं सकल सेमेस्टर (पार्ट-2)
बी.ए. सामान्य (सत्र : 2020-23) पंचम सेमेस्टर (पूरक)
एम.ए. हिंदी साहित्य (सत्र : 2022-24) प्रथम सेमेस्टर (पुनर्मूल्यांकन)
बी.ए. सामान्य (सत्र : 2020-23) प्रथम एवं सकल सेमेस्टर (पूरक)
बी.ए. सामान्य (सत्र : 2020-23) चतुर्थ सेमेस्टर (पुनर्मूल्यांकन)
पत्रकारिता एवं जनसंचार में स्नातक (सत्र : 2020-23) द्वितीय एवं सकल सेमेस्टर (पार्ट-2)
एम.फिल. जनसंचार (सत्र : 2019-21) तृतीय एवं सकल सेमेस्टर
परामर्श एवं निर्देशन में पी.जी. डिप्लोमा (सत्र : 2021-22) द्वितीय एवं सकल सेमेस्टर (पूरक)
बी.एस.डब्ल्यू. (सत्र : 2020-23) षष्ठ एवं सकल सेमेस्टर (पुनर्मूल्यांकन)
- डॉ. ओमप्रकाश भारती, एसोशिएट प्रोफेसर को कुलानुशासक नियुक्त किये जाने के संबंध में।
- डॉ. ओम प्रकाश भारती, एसोशिएट प्रोफसर को अन्य पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ का संपर्क अधिकारी नियुक्त जाने के संबंध में।
- प्रो. कृपाशंकर चौबे को आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग प्रकोष्ठ का संपर्क अधिकारी नियुक्त किये जाने के संबंध में।
- डॉ. रविंद्र टी. बोरकर को अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ का संपर्क अधिकारी नियुक्ति किये जाने के संबंध में।
- प्रो. अवधेश कुमार को अगले आदेश तक अधिष्ठाता, भाषा विद्यापीठ का दायित्व अतिरिक्त रूप से सौंपे जाने के संबंध में।
- प्रो. अनिल कुमार राय को अधिष्ठाता, प्रबंधन विद्यापीठ का अतिरिक्त दायित्व सौंपने के संबंध में।
- विश्वविद्यालय के समस्त छात्रावासों की व्यवस्था हेतु छात्रावास अधीक्षक नामित किये जाने के संबंध में।
- डॉ. एच.ए.हुनगुंद, एसोशिएट प्रोफेसर को भाषाविज्ञान एवं भाषा प्रौद्योगिकी का विभागाध्यक्ष नियुक्त किये जाने के संबंध में।
- डॉ. चित्रा माली, सहायक प्रोफेसर को अगले आदेश क्षेत्रीय केंद्र, कोलकाता का प्रभारी नामित किये जाने के संबंध में।
- कुलसचिव के दायित्व सौंपे जाने संबंधी आदेश।
- डॉ. उमेश कुमार सिंह, एसोशिएट प्रोफेसर को मुख्य छात्रावास अधीक्षक नियुक्त किये जाने संबंधी आदेश।
- प्रो. फरहद मलिक को मानव विज्ञान विभाग का अध्यक्ष नियुक्त किये जाने के संबंध में।
- प्रो. दिगंबर तंगलवाड़ को क्षेत्रीय केंद्र, प्रयागराज के अकादमिक निदेशक का दायित्व सौंपने के संबंध में।
- डॉ. अवंतिका शुक्ला, एसोशिएट प्रोफेसर को स्त्री अध्ययन विभाग का अध्यक्ष नियुक्त किये जाने के संबंध में।
- प्रो. कृपाशंकर चौबे को अधिष्ठाता, विद्यार्थी कल्याण नियुक्त किये जाने के संबंध में।
- श्री राजेश कुमार यादव, हिंदी अधिकारी को प्रकाशन प्रभारी नामित करने के संबंध में।
- प्रो. अनिल कुमार राय को निदेशक, आंतरिक गुणवत्ता सुनिश्चायन प्रकोष्ठ नामित किये जाने के संबंध में।
- प्रो. माधव ज्ञानोबा बसवंते को सर्वज्ञ श्री चक्रधर स्वामी मराठी भाषा तथा तत्वज्ञान अध्ययन केंद्र के प्रभारी का दायित्व सौंपने के संबंध में।
- प्रो. जनार्दन कुमार तिवारी को विधि विभाग का अध्यक्ष नियुक्त किये जाने के संबंध में।
- प्रो. अखिलेश कुमार दुबे, अकादमिक निदेशक, क्षेत्रीय केंद्र, प्रयागराज का वर्धा मुख्यालय के साहित्य विद्यापीठ में स्थानांतरण करने के संबंध में।
- डॉ. रविंद्र टी. बोरकर को दूर शिक्षा निदेशालय के निदेशक का दायित्व सौंपे जाने के संबंध में।
- प्रो. अनिल कुमार पाण्डेय को भाषा विद्यापीठ का अधिष्ठाता नियुक्त किये जाने के संबंध में।
- विश्वविद्यालय में मीडिया सेल (Media Cell) हेतु सदस्य नामित किये जाने के संबंध में।
- जेंडर संवेदनशीलता समिति का गठन।
- विश्वविद्यालय में वर्ष 2023 हेतु राजपत्रित एवं वैकल्पिक अवकाश संबंधी परिपत्र।