परिचय
इस विद्यापीठ में संचार एवं मीडिया अध्ययन केंद्र (जनसंचार विभाग), म.गां. फ्यूजी गुरुजी समाज कार्य अध्ययन केंद्र और मानवविज्ञान विभाग संचालित हैं। मानवविज्ञान विभाग की स्थापना 17 सितंबर 2009 को की र्गइ । मानवविज्ञान में आधुनिक शिक्षा के साथ रोजगार के नए अवसरों के अनुरूप विद्यार्थियों को शिक्षित किया जाता है। विषय से सबंधित शोध को बढ़ावा देना इस विभाग का मुख्य उद्देश्य है। मानवविज्ञान का प्रमुख अध्ययन क्षेत्र जनजातीय समुदाय है। इसलिए विदर्भ और महाराष्ट्र के अन्य क्षेत्रों में बसे जनजातीय समुदाय पर शोध इस विभाग का मुख्य कार्य है। फोरेंसिक साइंस में स्नातकोत्तर डिप्लोमा इस विभाग का एक अन्य महत्त्वपूर्ण पाठ्यक्रम है।
इस विद्यापीठ के अंतर्गत संचालित विभाग एवं केंद्र –
जनसंचार विभाग
मानवविज्ञान विभाग
वर्धा समाज कार्य संस्थान
इतिहास विभाग
राजनीति विज्ञान विभाग
समाजशास्त्र विभाग
शैक्षणिक/गैर शैक्षणिक सदस्य
PROFESSOR
07152 251170 raianilankit@gmail.com
drkschaubey@gmail.com
07152-230197 farhad.mollick@gmail.com
ASSOCIATE PROFESSOR
ASSISTANT PROFESSOR
dkskatheriya@yahoo.com
07152-251170 yesandeep@gmail.com
virupy@gmail.com
07152230197 nisheeth.rai1@gmail.com
7588311465, Ext-197 renusingh@hindivishwa.ac.in
drvarunku@gmail.com &varunbhu123@gmail.com
technical assistant
पाठ्यक्रम
- पीएच.डी. जनसंचार
पीएच.डी. जनसंचार पाठ्यक्रम न्यूनतम चार तथा अधिकतम आठ सेमेस्टर का होगा जिसके लिए 120 क्रेडिट निर्धारित है। शोध प्रबंध लेखन एवं मौखिकी के लिए 60 क्रेडिट, कोर्स वर्क 20 क्रेडिट (एम.फिल. उपाधि धारकों के लिए क्रेडिट स्थानांतरण सुविधा), टीचिंग एसोशिएटशिप के लिए 20 तथा शोध पत्र/क्षेत्र कार्य प्रतिवेदन/प्रोडक्शन इत्यादि के लिए 20 क्रेडिट की व्यवस्था है ।
योग्यता – किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से न्यूनतम 55% (अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के लिए 50%) अंकों के साथ पत्रकारिता, जनसंचार, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, मीडिया प्रबंधन, जनसंपर्क एवं विज्ञापन में स्नातकोत्तर परीक्षा उत्तीर्ण ।
सीटों की संख्या – 06
वांछनीय – संबद्ध अनुशासन में एम.फिल./जे.आर.एफ./नेट/अन्य राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा उत्तीर्ण ।
एम.ए. के बाद सीधे पीएच.डी. में प्रवेश प्राप्त विद्यार्थियों को एक सेमेस्टर का कोर्स वर्क करना अनिवार्य होगा ।
अर्हता: किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से न्यूनतम 55% अंको (अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/ दिव्यांगों के लिए 50%) सहित मानवविज्ञान/समाजशास्त्र/फोरेंसिक साइन्स में स्नातकोत्तर परीक्षा उत्तीर्ण।
अवधि: न्यूनतम 03 वर्ष अधिकतम 06 वर्ष
- एम.ए.जनसंचार –
यह पाठ्यक्रम चार सेमेस्टर तथा 80 क्रेडिट में विभाजित है जिनमें सैद्धांतिकी के साथ प्रायोगिक पक्ष पर भी बल दिया जाता है । इस पाठ्यक्रम के लिए मूल पाठ्यचर्या 14 क्रेडिट प्रति सेमेस्टर तथा ऐच्छिक पाठ्यचर्या 06 क्रेडिट प्रति सेमेस्टर का होगा । परियोजना एवं प्रोडक्शन कार्य तथा इंटर्नशिप इस पाठ्यक्रम का हिस्सा होगा ।
योग्यता – किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी अनुशासन/विषय में न्यूनतम 50% (अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के लिए 45%) अंकों के साथ स्नातक (10+2+3पाठ्यक्रम) उत्तीर्ण ।
सीटों की संख्या – 30
पाठयक्रम (2020-22)
देश में प्रचलित मानकों के साथ चल रहा एम.एस.डब्ल्यू का यह पाठ्यक्रम राष्ट्रहित में एक चुनौती के रूप में गांधी-जीवन मूल्यों का प्रसार करते हुए स्वावलंबन की सीख देता है। यह अध्ययन मात्र शास्त्रीय नहीं, कार्य व्यवहार का विशाल क्षेत्र निर्मित करता है जिससे जीवन और जीविका दोनों की सुरक्षा संभव हो जाती है।
यह दो वर्षीय पाठ्यक्रम है जो चार छमाहियों में पूरा होता है। कुल 64 क्रेडिट का यह पाठ्यक्रम है। इसके साथ ही कम्प्यूटर का अध्ययन अनिवार्य है जो प्रत्येक छमाही में 2 क्रेडिट का है। इस पाठ्यक्रम में कुल 30 सीटें हैं।
योग्यता:
समाज कार्य/सामाजिक विज्ञान/मानविकी में 45% (अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के लिए 40%अंकों के साथ किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक (10+2+3 पाठ्यक्रम) परीक्षा उत्तीर्ण।
एम.ए. के विद्यार्थियों के लिए एक भारतीय अथवा विदेशी भाषा में डिप्लोमा करना अनिवार्य होगा।
उपर्युक्त सभी स्नातकोत्तर डिप्लोमा (पी.जी.डिप्लोमा) पाठ्यक्रम दो सेमेस्टर तथा 40 क्रेडिट में विभाजित हैं । प्रत्येक पाठ्यक्रम के लिए मूल पाठ्यचर्या 16 क्रेडिट प्रति सेमेस्टर का होगा । इसमें मौखिकी के लिए 04 क्रेडिट एवं परियोजना कार्य के लिए 04 क्रेडिट पाठ्यक्रम का हिस्सा होगा ।
योग्यता – किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से न्यूनतम 50% (अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के लिए 45%) अंकों के साथ किसी भी अनुशासन/विषय में स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण ।
सीटों की संख्या – 15 (प्रत्येक डिप्लोमा)
उपर्युक्त सभी स्नातकोत्तर डिप्लोमा (पी.जी.डिप्लोमा) पाठ्यक्रम दो सेमेस्टर तथा 40 क्रेडिट में विभाजित हैं । प्रत्येक पाठ्यक्रम के लिए मूल पाठ्यचर्या 16 क्रेडिट प्रति सेमेस्टर का होगा । इसमें मौखिकी के लिए 04 क्रेडिट एवं परियोजना कार्य के लिए 04 क्रेडिट पाठ्यक्रम का हिस्सा होगा । योग्यता – किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से न्यूनतम 50% (अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के लिए 45%) अंकों के साथ किसी भी अनुशासन/विषय में स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण । सीटों की संख्या – 15 (प्रत्येक डिप्लोमा)
अर्हता: किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय/ संस्थान से स्नातक (10+2+3) परीक्षा उत्तीर्ण। अवधि: 02 सेमेस्टर
सीटे: 17