परिचय
इस विभाग के उद्देश्य हैं:
- भाषा के नए उभरते अनुशासन में विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्तायुक्त रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रदान करना
- हिंदी भाषा का सम्यक विकास तथा अन्य भारतीय एवं विदेशी भाषाओं के साथ संवाद स्थापित करना
- उपलब्ध भाषा वैज्ञानिक ज्ञान को हिंदी में प्रस्तुत कर विश्व क्षितिज पर उपस्थित भाषाओं के साथ समकक्षता अर्जित करना
- भाषावैज्ञानिक और अनुसंधानों के द्वारा छात्रों को आत्मनिर्भर बनाना और अग्रणी भूमिका के लिए तैयार करना और
- अद्यतन भाषाविज्ञान से परिचय और हिंदी हेतु उसके अनुप्रयोग का प्रशिक्षण प्रदान करना। इस विभाग के अंतर्गत भाषाविज्ञान में स्नातक (NDP) एम.ए., पीएच.डी. और हिंदी भाषा शिक्षण में डिप्लोमा पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं।
शैक्षणिक/गैर शैक्षणिक सदस्य
PROFESSOR
डॉ. अनिल कुमार पाण्डेय 230084-138 pandey_anilkumar61@rediffmail.com
ASSOCIATE PROFESSOR
डॉ. एच.ए. हुनगुंद 140 hahungund@gmail.com
ASSOCIATE PROFESSOR
अनिल कुमार दुबे 07152-230084 anildubeymgahv@yahoo.co.in
डॉ. धनजी प्रसाद (प्रतिनियुक्ति पर) dhpr.langtech@gmail.com
कार्यक्रम
प्रवेश की पात्रता :
भाषाविज्ञान/हिंदी (भाषा प्रौद्योगिकी)/अनुषंगी अनुशासनों में न्यूनतम 55% (अनु.जाति/जनजाति हेतु 50%) अंकों के साथ किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर या समकक्ष सी.जी.पी.ए. स्कोर। अथवा
भाषाविज्ञान/हिंदी (भाषा प्रौद्योगिकी)/अनुषंगी अनुशासनों में न्यूनतम 55% (अनु.जाति/जनजाति हेतु 50%) अंको के साथ किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से एम.फिल. या समकक्ष सी.जी.पी.ए स्कोर।
अनुषंगी अनुशासन :
इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, कम्प्यूटर साइंस, हिंदी, अंग्रेज़ी, संस्कृत, मनोविज्ञान, मीडिया, फिल्म अध्ययन, भौतिकी, गणित।
पाठ्यचर्या :
शोध प्रबंध प्रस्तुति हेतु न्यूनतम 2 वर्ष एवं अधिकतम 4 वर्ष ( 3 वर्ष+6 माह+6 माह) का समय शोध प्रबंध प्रस्तुति हेतु।
उपर्युक्त अनुषंगी अनुशासनों के विद्यार्थियों को प्रवेश की स्थिति में 01 वर्ष (02 सेमेस्टर) का पी.जी.डी.सी.ए. (एल.टी.) पाठ्यक्रम उत्तीर्ण करना अनिवार्य होगा, अन्यथा पी-एच.डी में पंजीयन निरस्त माना जाएगा। अनुषंगी अनुशासनों के विद्यार्थियों को उनके अनुशासनों से संबंधित अंतर-अनुशासनिक विषय पर ही शोध की अनुमति होगी।
स्नातकोत्तर के आधार पर पी-एच.डी में सीधे प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के लिए 01 छमाही का कोर्सवर्क भी अनिवार्य।
एम.ए. के बाद सीधे पी-एच.डी. में प्रवेश प्राप्त विद्यार्थियों को एक छमाही का कोर्स वर्क करना अनिवार्य होगा।
प्रवेश की पात्रता :
किसी भी अनुशासन में 45% (अनु.जा/जनजाति हेतु 40%) अंकों के साथ स्नातक उत्तीर्ण या समकक्ष सी.जी.पी.ए. स्कोर। विज्ञान और इंजीनियरिंग स्नातकों को वरीयता। सीटों की संख्या 30।
पाठ्यचर्या :
पाठ्यक्रम 04 छमाहियों (Semesters) में विभाजित।, प्रत्येक छमाही में 04 प्रश्नपत्र और कुल 16 प्रश्नपत्र।, प्रत्येक प्रश्नपत्र के लिए 04 क्रेडिट (कुल 16X4=64)।, प्रत्येक छमाही में 02 क्रेडिट का एक अनिवार्य कम्प्यूटर पाठ्यक्रम (कुल 2×4=8)।
प्रत्येक विद्यार्थी को एम.ए पाठ्यक्रम के साथ एक अतिरिक्त भारतीय अथवा विदेशी भाषा में डिप्लोमा करना अनिवार्य है।, भाषा डिप्लोमा एवं अनिवार्य कम्प्यूटर के अंक अंतिम परीक्षा परिणामों में सम्मिलित नहीं होंगे, किंतु उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। यहाँ छात्र का सत्यापन
यहाँ छात्र का सत्यापन (Student verification)