महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा

Mahatma Gandhi Antarrashtriya Hindi VishwaVidyalaya,Wardha

(A Central University established by an Act of Parliament in 1997)

महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा

Mahatma Gandhi Antarrashtriya Hindi VishwaVidyalaya,Wardha

(A Central University established by an Act of Parliament in 1997)

परिचय

महात्‍मा गांधी अंतरराष्‍ट्रीय हिंदी विश्‍वविद्यालय की स्‍थापना भारत की संसद द्वारा 1997, क्रमांक 3 के अंतर्गत केंद्रीय विश्‍वविद्यालय के रूप में की गई है। विश्‍विद्यालय द्वारा अकादमिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए कार्य-परिषद की चौंतीसवीं बैठक (दिनांक 6 नवंबर, 2008, स्‍थान, दिल्‍ली) में इलाहाबाद में केंद स्‍थापित करने का प्रस्‍ताव प्रस्‍तुत किया गया, जिसका अनुमोदन प्रस्‍ताव के मद संख्‍या 16 में किया गया। इसके अंतर्गत देश में 5 क्षेत्रीय केंद्र स्‍थापित करने का निर्णय लिया गया, जिसके अनुपालन में सर्वप्र‍थम कोलकाता एवं इलाहाबाद में विस्‍तार केंद्र खोले गए। दिनांक 09 मई, 2009 को विश्‍वविद्यालय के पूर्व कुलपति मा. श्री विभूति नारायण राय की अध्‍यक्षता में मुख्‍य अतिथि प्रो. नागेश्‍वर राव, कुलपति, उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्‍त विश्‍वविद्यालय की गरिमामयी उपस्थिति में प्रयागराज केंद्र का उद्घाटन किया गया। केंद्र में स्‍थापना काल से ही अकादमिक गतिविधियों के साथ-साथ साहित्यिक गतिविधियों ने जोर पकड़ना शुरू कर दिया। केंद्र ने राष्‍ट्रीय एवं अंतरराष्‍ट्रीय आयोजन, संगोष्‍ठी एवं ज्‍वलंत सामाजिक मुद्दों पर चर्चा-परिचर्चा के माध्‍यम से प्रयागराज एवं देश के अन्‍य शहरों तथा देश के बाहर के साहित्‍यकारों, साहित्‍य प्रेमियों एवं युवा रचनाकारों को विश्‍विद्यालय के साथ जोड़ने का सार्थक प्रयास किया। मार्च 2011 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा इलाहाबाद केंद्र को मान्‍यता दी गई। मान्‍यता के उपरांत सत्र 2011-12 में 02 पाठ्यक्रम नियमित संचालित किए गए। माननीय कुलपति प्रो. गिरीश्‍वर मिश्र के कुशल एवं प्रेरणादायी मार्गदर्शन  में इलाहाबाद केंद्र में एम.ए., एम.एस. डब्‍ल्‍यू., एम.फिल., पी-एच.डी., पी.जी.डिप्‍लोमा एवं डिप्‍लोमा पाठ्यक्रमों सहित कुल 12 पाठ्यक्रम संचालित थे। वर्तमान में 07 पाठ्यक्रम संचालित हैं। माननीय प्रो. रजनीश कुमार शुक्‍ल जैसे उर्जावान एवं गतिशील कुलपति की अगुवाई में केंद्र के पास भविष्‍य में भाषा से संबंधित बहुत से पाठ्यक्रमों को प्रारंभ किए जाने की योजना है। केंद्र के विस्‍तार के लिए भूमि आवंटन हेतु विश्‍वविद्यालय उत्तर प्रदेश सराकार से संपर्क बनाए हुए हैं, और जैसे ही भूमि विश्‍वविद्यालय को आवंटित होती है, वैसे ही केंद्र के और अधिक विस्‍तार की संभावनाएं बढ़ेंगी।

क्षेत्रीय केंद्र प्रयागराज का नव-निर्मित परिसर

क्षेत्रीय केंद्र के भूखण्‍ड का क्षेत्रफल – भूखण्‍ड संख्‍या 6/आई –3, क्षेत्रफल 1080. 170 वर्ग मीटर एवं 6/आई – 4 क्षेत्रफल 1175.04 वर्ग मीटर (कुल क्षेत्रफल 2255.74 वर्ग मीटर) है। विश्‍वविद्यालय के माननीय कुलाधिपति प्रो. कमलेश दत्त त्रिपाठी तथा विश्‍वविद्यालय के तत्‍कालीन माननीय कुलपति प्रो. गिरीश्‍वर मिश्र की गरिमामयी उपस्थिति में आवंटित भूखण्‍ड पर दिनांक 27 फरवरी, 2019 को भूमि पूजन का कार्यक्रम संपन्‍न हुआ। तत्‍पश्‍चात कार्यदायी संस्‍था यू.पी. सिडको द्वारा 27 फरवरी 2019 से आवंटित भू-भाग में निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया। प्रो. रजनीश कुमार शुक्‍ल के कुलपति पद पर कार्यभार ग्रहण करते ही कई अवसरों पर उनके द्वारा केंद्र का निरीक्षण किया गया तथा कार्यकारी संस्‍था को कार्य में तेजी लाने के लिए आवश्‍यक दिशा निर्देश दिए गए। दिसंबर 2020 से प्रयागराज केंद्र का कार्यालय ए. ब्‍लॉक के भवन में स्‍थानांतरित कर, संपूर्ण कार्य विधिवत संचालित हो रहे हैं। यह केंद्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। वर्तमान में कार्यदायी संस्‍था द्वारा कार्य प्रगति पर है। कार्यदायी संस्‍था यू. पी. सिडको द्वारा ए. ब्‍लॉक का कार्य पूर्ण किया जा चुका है, जिसमें कार्यालय, पुस्‍तकालय, कंप्‍यूटर लैब, स्‍मार्ट क्‍लास, सभा कक्ष, प्राध्‍यापक कक्ष तथा व्‍याख्‍यान कक्षों में सभी कार्य सुचारू रूप से चल रहे हैं। इसके अलावा पूरे परिसर को वाई-फाई सुविधायुक्‍त बनाया गया है। परिसर के बी. ब्‍लॉक का सभागार, अतिथिगृह, व्‍याख्‍यान कक्ष तथा गेट बनकर तैयार हो चुका है इसके अलावा विद्युत कक्ष, अग्नि शमन आदि की व्‍यवस्‍था का कार्य प्रगति पर है जिसे कार्यदायी संस्‍था द्वारा शीघ्र ही पूर्ण कर लिया जाएगा तथा भवन केंद्र को हस्‍तांतरित कर दिया जाएगा।

शैक्षणिक/गैर शैक्षणिक सदस्य

PROFESSOR
ASSOCIATE PROFESSOR

डॉ. सुप्रिया पाठक supriya_rajj@yahoo.co.in supriyapathak@hindivishwa.ac.in

डॉ. अवंतिका शुक्ला 07152 232947 avifem@gmail.com

डॉ. आशा मिश्रा

ASSISTANT PROFESSOR

शरद जायसवाल sharadjaiswal2008@gmail.com

डाॅ. अख्तर आलम 07152-251170 dr.akhtaralam786@gmail.com

डॉ. हरप्रीत कौर dr.harpreetkaurr@gmail.com

डॉ.मिथिलेश कुमार तिवारी 09764969689 mkt1980@gmail.com

डॉ. यशार्थ मंजुल yashrathmanjul@hindivishwa.org

डॉ. सत्यवीर 0532-2567442 sengar.bhu.05@gmail.com

डॉ . सुरभि विप्लव 09404823570 surabhibiplove@hindivishwa.ac.in

डॉ. विजया सिंह

SECTION OFFICER
MTS

देवमूूर्ति द्विवेदी प्रयागराज केंद्र म.गा.अं.हिं.विवि. वर्धा

पाठ्यक्रम

पी-एच.डी. स्त्री अध्ययन के अंतर्गत पी-एच.डी. पाठ्यक्रम चल रहा है।

योग्यता :

सम्बध अनुशासन में किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों के साथ स्नातकोत्तर परीक्षा उत्तीर्ण। (अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के लिए 50 प्रतिशत)

वांछनीय :

सम्बध अनुशासन में एम.फिल./जे.आर.एफ./नेट/अन्य राष्ट्रीय परीक्षा।

पी-एच.डी. स्त्री अध्ययन के अंतर्गत पी-एच.डी. पाठ्यक्रम चल रहा है।

योग्यता :

सम्बध अनुशासन में किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों के साथ स्नातकोत्तर परीक्षा उत्तीर्ण।

(अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के लिए 50 प्रतिशत)

वांछनीय :

सम्बध अनुशासन में एम.फिल./जे.आर.एफ./नेट/अन्य राष्ट्रीय परीक्षा।

पाठयक्रम

में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्त्री विमर्श को विस्तार देने की दृष्टि से एम.ए. स्त्री अध्ययन में दो वर्षीय पाठ्यक्रम चलाया जा रहा है। यह पाठ्यक्रम चार छमाहियों में पूरा होता है। यह पाठ्यक्रम 64 क्रेडिट का है। इसके साथ ही कम्प्यूटर का अध्ययन अनिवार्य है जो प्रत्येक छमाही में 2 क्रेडिट का है। इस पाठ्यक्रम में कुल 28 सीटें हैं।

 

योग्यता :

 

किसी भी अनुशासन में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक ;10+2+3 पाठ्यक्रम परीक्षा उत्तीर्ण। ;अनुसूचित जाति/जनजाति के लिए 45 प्रतिशत

 

स्नातकोत्तर पाठयक्रम (LOCF)

पाठयक्रम-विवरण

 

यह दो-वर्षीय अंशकालिक पाठ्यक्रम है।

योग्यता :

किसी भी अनुशासन में मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक (10+2+3 पाठ्यक्रम) परीक्षा उत्तीर्ण।

पाठयक्रम-विवरण

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