परिचय
विश्वविद्यालय अधिनियम द्वारा स्थापित विद्यापीठों में से प्रथम भाषा विद्यापीठ है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हिंदी भाषा के वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकीय अध्ययन का विकास और प्रसार आवश्यक है। साथ ही भारतीय भाषायी परिप्रेक्ष्य में विशेषत: देश और दुनिया की भाषाओं के साथ तुलनात्मक अध्ययन और शोध पर विशेष ध्यान देने की भी जरूरत है। इसके लिए शोध, शिक्षण और प्रशिक्षण – तीनों स्तरों पर प्रभावी कार्यक्रम अपेक्षित हैं। यहाँ संचालित पाठ्यक्रम हिंदी भाषा के क्षितिज-विस्तार की दिशा में आरंभिक उद्यम हैं, जिन्हें सतत प्रवर्द्धनशील बनाए रखने की अनवरत चेष्टा रहेगी। कोशिश यह है कि इसके माध्यम से जीवन के विविध क्षेत्रों में हिंदी की प्रभावी और अपरिहार्य भूमिका बढ़े तथा इस पाठ्यक्रम के शिक्षार्थी जीवन के उन क्षेत्रों में रोजगार के अधिकाधिक अवसर अर्जित करें। इस तरह हिंदी भाषा और शिक्षार्थियों को एक समर्थ और सम्मानपूर्ण व्यक्तित्व उपलब्ध हो सके। साथ ही, अन्य भाषाओं के समतुल्य संवाद की हैसियत भी बन सके। भाषा विद्यापीठ के अंतर्गत भाषा प्रौद्योगिकी विभाग, कंप्यूटेशनल भाषाविज्ञान विभाग, प्रौद्योगिकी अध्ययन केंद्र, भारतीय एवं विदेशी भाषा प्रगत अध्ययन केंद्र, लीला तथा विदेशी शिक्षण प्रकोष्ठ, संचालित हैं। बारहवीं योजना में भाषाविज्ञान विभाग तथा विलुप्तप्राय भाषाओं के संवर्धन एवं संरक्षण के लिए केंद्र भी प्रस्तावित है।
इस विद्यापीठ के अंतर्गत संचालित विभाग-- भाषाविज्ञान विभाग
- भाषा प्रौद्योगिकी एवं भाषा अभियांत्रिकी विभाग
- अंग्रेजी एवं विदेशी भाषा अध्ययन विभाग
- भारतीय भाषा अध्ययन विभाग
शैक्षणिक/गैर शैक्षणिक सदस्य
PROFESSOR
प्रो. हनुमानप्रसाद शुक्ल +91-7152-251134 shuklahp7@gmail.com
डॉ. अनिल कुमार पाण्डेय 230084-138 pandey_anilkumar61@rediffmail.com
ASSOCIATE PROFESSOR
डॉ. एच.ए. हुनगुंद 140 hahungund@gmail.com
ASSISTANT PROFESSOR
अनिल कुमार दुबे 07152-230084 anildubeymgahv@yahoo.co.in
डॉ. रवि कुमार 07152230084 jnu.ravi@gmail.com
डॉ. अनिर्बाण घोष 033 – 46039985 anichinese@gmail.com
डॉ. धनजी प्रसाद dhpr.langtech@gmail.com
सन्मति जैन sanmati.jain11@gmail.com
डॉ. संदीप कुमार sandeepfrs@gmail.com
डॉ. हर्षलता पेटकर Contact: (Off) 07152-251173 Ext -125 and Email https://harshlataphindivishwa.blogspot.com/p/home_10.html
पाठ्यक्रम
प्रवेश की पात्रता :
भाषाविज्ञान/हिंदी (भाषा प्रौद्योगिकी)/अनुषंगी अनुशासनों में न्यूनतम 55% (अनु.जाति/जनजाति हेतु 50%) अंकों के साथ किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर या समकक्ष सी.जी.पी.ए. स्कोर। अथवा
भाषाविज्ञान/हिंदी (भाषा प्रौद्योगिकी)/अनुषंगी अनुशासनों में न्यूनतम 55% (अनु.जाति/जनजाति हेतु 50%) अंको के साथ किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से एम.फिल. या समकक्ष सी.जी.पी.ए स्कोर।
अनुषंगी अनुशासन :
इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, कम्प्यूटर साइंस, हिंदी, अंग्रेज़ी, संस्कृत, मनोविज्ञान, मीडिया, फिल्म अध्ययन, भौतिकी, गणित।
पाठ्यचर्या :
शोध प्रबंध प्रस्तुति हेतु न्यूनतम 2 वर्ष एवं अधिकतम 4 वर्ष ( 3 वर्ष+6 माह+6 माह) का समय शोध प्रबंध प्रस्तुति हेतु।
उपर्युक्त अनुषंगी अनुशासनों के विद्यार्थियों को प्रवेश की स्थिति में 01 वर्ष (02 सेमेस्टर) का पी.जी.डी.सी.ए. (एल.टी.) पाठ्यक्रम उत्तीर्ण करना अनिवार्य होगा, अन्यथा पी-एच.डी में पंजीयन निरस्त माना जाएगा। अनुषंगी अनुशासनों के विद्यार्थियों को उनके अनुशासनों से संबंधित अंतर-अनुशासनिक विषय पर ही शोध की अनुमति होगी।
स्नातकोत्तर के आधार पर पी-एच.डी में सीधे प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के लिए 01 छमाही का कोर्सवर्क भी अनिवार्य।
एम.ए. के बाद सीधे पी-एच.डी. में प्रवेश प्राप्त विद्यार्थियों को एक छमाही का कोर्स वर्क करना अनिवार्य होगा।
प्रवेश की पात्रता :
किसी भी अनुशासन में 45% (अनु.जा/जनजाति हेतु 40%) अंकों के साथ स्नातक उत्तीर्ण या समकक्ष सी.जी.पी.ए. स्कोर। विज्ञान और इंजीनियरिंग स्नातकों को वरीयता। सीटों की संख्या 30।
पाठ्यचर्या :
पाठ्यक्रम 04 छमाहियों (Semesters) में विभाजित।, प्रत्येक छमाही में 04 प्रश्नपत्र और कुल 16 प्रश्नपत्र।, प्रत्येक प्रश्नपत्र के लिए 04 क्रेडिट (कुल 16X4=64)।, प्रत्येक छमाही में 02 क्रेडिट का एक अनिवार्य कम्प्यूटर पाठ्यक्रम (कुल 2×4=8)।
प्रत्येक विद्यार्थी को एम.ए पाठ्यक्रम के साथ एक अतिरिक्त भारतीय अथवा विदेशी भाषा में डिप्लोमा करना अनिवार्य है।, भाषा डिप्लोमा एवं अनिवार्य कम्प्यूटर के अंक अंतिम परीक्षा परिणामों में सम्मिलित नहीं होंगे, किंतु उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। यहाँ छात्र का सत्यापन
यहाँ छात्र का सत्यापन (Student verification)
यह दो वर्षीय नियमित पाठ्यक्रम है जिसके अंतर्गत कम्प्यूटेशनल लिंग्विस्टिक्स के सैद्धांतिक एवं अनुप्रयुक्त क्षेत्र यथा-कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग भाषा, प्राकृतिक भाषा संसाधन आदि का अध्ययन किया जाता है।
64 क्रेडिट का यह पाठ्यक्रम चार छमाहियों में पूर्ण होता है। इसके साथ ही कम्प्यूटर का अध्ययन अनिवार्य है, जो प्रत्येक छमाही में 2 क्रेडिट का होता है। इस पाठ्यक्रम में कुल 30 सीटें हैं।
योग्यता :
किसी भी अनुशासन में न्यूनतम 45% (अनुसूचित जाति/जनजाति के लिए 40%) अंकों के साथ किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक (10+2+3 पाठ्यक्रम) परीक्षा उत्तीर्ण।
एम.ए. के विद्यार्थियों के लिए एक भारतीय अथवा विदेशी भाषा में डिप्लोमा करना अनिवार्य होगा।